अधिकाअधिक गौड ब्राह्मण भाइयों को आजीवन सदस्य बनाना।
असहाय भाइयों के लिए सहायता व रोजगार मे मदद।
दहेज प्रथा पर यथा सम्भव रोक लगाना।
स्नेह सम्मेलन का आयोजन एवं स्मारिका का प्रकशन।
गौर ब्राह्मण महिला संगठन समाज के प्रति अच्छे सुझाव और कार्य कराये।
स्मारिका के प्रकशन मे विज्ञापन केवल ब्राह्मण सदस्यो से हे लेना।
नई कार्यकारणी के चुनाव के लिए वर्तमान स्थगन तथा उपास्थित सदस्यों द्वारा गठन।
कार्यकारणी के मीटींग सुचारु-रूप से और आपसी सूझबुझ के साथ चले।